पाकिस्तानी जेल मत जाओ
इस बेचारे को देखो...
Operation removes lightbulb from anus
MULTAN, Pakistan (Reuters) - Fateh Mohammad, a prison inmate in Pakistan, says he woke up last weekend with a glass lightbulb in his anus.
इसकी और हकीम की बातचीत कैसी रही होगी?
हकीम - क्या तक्लीफ़ है?
फ़तेह - डाक्टर, मेरे गाण्ड मे दर्द है
हकीम - रात को क्या किया?
फ़तेह - आपको कैसे मालूम... मेरा मतलब है... क्या मतलाब... मै बस सोया था
हकीम - अच्छा... लेकिन तुम्हारे गाण्ड मे बल्ब है
फ़तेह - जल रहा है क्या? मैंने सुना था कि हिन्दुसतान मे गोबर से लाईट जलती है... अब जेल में गोबर नहीं मिलता इसीलिए यह मैंने सोचा।
हकीम - गधे, अपने सिर पर रखना चाहिए था, वह गोबर से भरा है। अब मुझे भुगतना पढ़ रहा है... इस देश का कुच्छ नहीं होने वाला है...
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2 comments:
अरे आप इतने दिनों से कहां छुपे हुये थे, आपका परिचय तलाशाता रहा,कुछ तो अपने बारे में लिखये। खैर पढ कर मजा आ गया।
प्रभात जी, मैं थोड़ा अजनबी सा रहना चाहता हूँ ताकि जो भी मन में आए लिख सकूँ। शायद फिर कभी अपने बारे में भी लिखूँगा। आपकी टिप्पणी के लिए शुक्रिया।
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